विशेष संवाददाता द्वारा
गुमला. कोरोनाकाल के बाद स्कूल खुला तो बच्चे पढ़ाई के लिए उत्साहित नजर आए. परंतु स्कूल पहुंचते ही बच्चों से पानी ढुलवाया जाने लगा. मिड डे मील के लिए झारखंड के गढ़वा जिले के कई स्कूलों में बच्चों से पानी ढुलवाया जाता है. ताजा मामला राजकीय कृत प्राथमिक विद्यालय मधुवन का है. यहां मध्याह्न भोजन बनाने के लिए बच्चों से पानी मंगवाया जाता है. बच्चे बडे-बडे जलपात्रों में दूर से सर पर पानी ढोकर स्कूल लाते हैं.
जिले में ऐसा मामला सिर्फ मधुवन विद्यालय का ही नहीं है, बल्कि कई विद्यालयों में बच्चों से पानी ढुलवाया जाता है. दरअसल स्कूलों में पेयजल की व्यवस्था नहीं होने के कारण बच्चों से पानी मंगवाया जाता है. बच्चे सर पर पानी ढोकर लाते हैं.धुवन स्कूल की प्राचार्या सरोजनी केरकेट्टा ने बताया कि स्कूल में पानी की व्यवस्था नहीं है. रसोईया नहीं आयी थी. जिसके कारण बच्चे स्वयं पानी लाने जलपात्र लेकर चले गये थे. पानी रहेगा तब ही बच्चे मध्याह्न भोजन कर हाथ साफ कर पाएंगे.कहना है कि उन्हें हमेशा पानी ढोने के लिए विवश किया जाता है. तब स्कूल में मिल डे मील तैयार होता है. जिला शिक्षा पदाधिकारी सुरेंद्र पांडेय ने कहा कि उन्हें बच्चों से पानी ढुलवाने की जानकारी नहीं है. मामला संज्ञान में आया है. जांच कराकर दोषी शिक्षक पर कार्रवाई की जाएगी.